आशीष देना का अर्थ
[ aashis daa ]
आशीष देना उदाहरण वाक्य
परिभाषा
क्रिया- आशीष देना:"भिखारी भरपेट भोजन पाकर गृहणी को आशीर्वाद देता रहा"
पर्याय: आशीर्वाद देना, दुआ देना, असीसना
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- परन्तु जाते- जाते वे यहाँ के साधकों को आशीष देना नहीं भूलते।
- पर हमारा सामर्थी और प्रेमी परमेश्वर हमें अपनी आत्मा की आशीष देना चाहता है।
- 1 ) मलिकिसिदक की रीति के अनुसार रोटी और दाखमधु से अनन्त जीवन की आशीष देना चाहिए।
- लेकिन उनके जमकर बीड़ी पीना मुझे कभी रास नहीं आया . ... न ही उनका बात-बात पार हमें आशीष देना ....
- बिलकुल आज की स्त्री की तरह , जो प्यार और आशीष देना भी जानती है और बुराई के खिलाफ लड़ना भी ...
- उन्होंने उसी समय कहा कि यदि आपको मुझे आशीष देना नागवार है तो मैं आज से आपके ऊपर बोझ नहीं बनूंगा .
- हवन में तो बच्चों के मुँह में लड्डू देकर , सिर पर हाथ फेर कर , ढेर आशीष देना , उनका हमेशा का नियम रहा है।
- वह कभी भी आशीष देना बन्द नहीं करना चाहता था . ...उसकी योजना थी कि वह उन्हें फिर से स्थापित करना चाहता था और उनके खण्डरों को फिर से बनाना चाहता था।
- जब तलक हम अपने रोजमर्रा के जीवन में प्रकृति के उपादानों के साथ सामंजस्य नहीं बिठा लेते , अपनी अगली पीढ़ी को सुखी एवं दीर्घायु जीवन का आशीष देना निष्फल रहेगा।
- न दवा न दारू अम्माँ को जब रईसा कुर्ते में से छिपी रोटी निकालकर देती तो अम्माँ हजारों आशीष देती पर एक आशीष देना फिर भी ना भूलती कि पूतों फलो मेरी बच्ची ।